रायगढ़ शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक शाला में शनिवार को एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया,जिसमें वोकेशनल एजुकेशन के तहत केजीएच में इंटर्नशिप करने वाली छात्राओं को सर्टिफिकेट का वितरण किया गया और उन्हें करियर से संबंधित जानकारी दी गई।रायगढ़ में पाठ्यक्रम ज्ञान के साथ स्कूली बच्चों को लगातार अन्य शैक्षणिक गतिविधियों से भी अवगत कराया जा रहा है। इसी कड़ी में स्कूली बच्चों को वोकेशनल एजुकेशन के तहत हेल्थ केयर के साथ कई स्ट्रीम के बारे में जानकारी दी जा रही है। हेल्थ स्ट्रीम से संबंधित बच्चों के लिए जिला अस्पताल में 10 दिनों का इंटर्नशिप कार्यक्रम भी आयोजित किया गया था, जहां बच्चों ने हेल्थ से जुड़ी तमाम बारीकियां अस्पताल परिसर में ही सीखी।ज्ञात हो कि भारत सरकार मानव संसाधन विकास मंत्रालय तथा छत्तीसगढ़ राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा के अंतर्गत विद्यार्थियों के लिए हर साल इंटर्नशिप कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है इसमें सभी व्यावसायिक शिक्षा में भाग ले रहे विद्यार्थियों को 10 दिवस व्यावसायिक ट्रेड से संबंधित किसी भी संस्थान में अपना इंटर्नशिप कार्य पूर्ण करना अनिवार्य होता है जिससे विद्यार्थी अपने ट्रेड से संबंधित प्रायोगिक ज्ञान को एवं मार्केट में उपस्थित सभी जॉब प्रोफाइल को भली-भांति समझ सके। विद्यालय में अध्यनरत कक्षा 9वीं से 12वीं हेल्थ केयर में कुल 62 विद्यार्थियों ने जिला अस्पताल में इंटर्नशिप पूर्ण किया। डीईओ की मौजूदगी में मिले प्रमाण-पत्र शनिवार को शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के उन तमाम इंटर्नशिप लेने वाले बच्चों को जिला शिक्षा अधिकारी की मौजूदगी में सर्टिफिकेट का वितरण किया गया जिन्होंने जिला अस्पताल में 10 दिवसीय इंटर्नशिप में भाग लिया था। इस मौके पर समग्र शिक्षा, जिला शिक्षा से जुड़े अधिकारियों के साथ सभी शिक्षक मौजूद थे। इस अवसर पर जिला शिक्षाधिकारी केव्ही राव, समग्र शिक्षा विभाग के अधिकारी नरेंद्र कुमार चौधरी, भुनेश्वर पटेल,प्रभारी प्राचार्य रविंद्र तिवारी,हेल्थ केयर व्यावसायिक प्रशिक्षक सुषमा देवांगन सहित अन्य शिक्षक-शिक्षिकाएं व छात्राएं उपस्थित थीं।बच्चों में पैदा होता है आत्मविश्वास स्कूल के प्राचार्य विजय तिर्की ने बताया कि स्कूली बच्चों को पढ़ाई के साथ अन्य गतिविधियों से अवगत कराए जाने के लिए किए जा रहे कार्यों की सभी जगह प्रशंसा होती है। इंटर्नशिप करने वाले बच्चे भी हेल्थ से जुड़ी जानकारी प्राप्त कर खुद में आत्मविश्वास महसूस कर रहे हैं। बच्चे अब 12 वीं के बाद हेल्थ से जुड़े क्षेत्रों में काम करने के लिए अनुभवी हो जाएंगे। कार्यक्रम के दौरान बच्चों को करियर से जुड़े टिप्स भी दिए गए।