कुनकुरी जशपुर जिले में अति पिछड़ी जनजातियों,विशेषकर बिरहोर और पहाड़ी कोरवाओं के गांवों में पेयजल की विकराल समस्या ने एक गंभीर रूप ले लिया है।आज पद्मश्री जागेश्वर यादव ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को फोन कर इस गंभीर समस्या से अवगत कराया। इस दौरान फोन पर एक बिरहोर प्रतिनिधि ने भी मुख्यमंत्री से पीने के पानी की मांग की।जागेश्वर यादव अपने जनसंपर्क अभियान के दौरान कुनकुरी क्षेत्र के बिरहोर और कोरवा परिवारों से मिलने पहुंचे थे और उन्हें पानी की भीषण कमी का सामना करना पड़ा। इस स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई करने की बात कही है, लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि संबंधित अधिकारियों की अनदेखी के कारण स्थिति में कोई सुधार नहीं हो पा रहा है।कुनकुरी के बेहराखार गांव में आज मुख्यमंत्री ने फोन पर चर्चा की और यह महसूस किया कि जिले में पेयजल की स्थिति कितनी भयावह है। विशेषकर बिरहोर और पहाड़ी कोरवा जनजातियों के गांवों में पानी की समस्या इतनी विकराल हो गई है कि पद्मश्री जागेश्वर यादव को खुद मुख्यमंत्री से संपर्क कर इस समस्या की गंभीरता बतानी पड़ रही है।पूर्व विधायक यू.डी.मिंज ने इस गंभीर स्थिति पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा,मुख्यमंत्री जी, आप हवा में उड़िए,लेकिन क्षेत्र की जमीनी हकीकत से भी रूबरू होइए। पेयजल की समस्या का समाधान शीघ्र करें। वन विभाग के अधिकारी अपनी जिम्मेदारी से मुंह मोड़े हुए हैं और जंगल कटाई चरम पर है, फिर भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही है। इस स्थिति से लोगों का जीवन संकट में है।पूर्व विधायक ने प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि जशपुर जिले के अति पिछड़ी जनजातियों की पेयजल समस्या का समाधान बिना किसी देरी के किया जाए, ताकि उनके जीवन को राहत मिल सके।उन्होंने कहा,केंद्र और राज्य सरकार की ओर से जितनी योजनाएं बनाई जाती हैं,उन पर अमल करने में अधिकारियों की लापरवाही साफ दिखाई देती है। अब समय आ गया है कि इस विकराल समस्या का समाधान किया जाए और जशपुर की जनता को पानी की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित की जाए।”



