जिले में दो डायलिसिस केंद्र का हो रहा है,संचालन
तीसरा केंद्र कुनकुरी में होगा शुरू,बजट हुई स्वीकृत
जशपुर/अगर आपके परिजन या परिचित में कोई किडनी की गंभीर बीमारी से जूझ रहे और आप डायलिसीस कराने के लिए मोटी रकम खर्च कर रहे हैँ तो रुकिए। जशपुर जिले के दो सरकारी अस्पतालो में डायलिसीस की निशुल्क व्यवस्था है। आपको किडनी के उपचार से संबंधित डॉक्टर के पर्ची के अतिरिक्त सिर्फ आधार कार्ड लेकर इन केंद्रों में पहुंचना है। और डायलिसीस करा कर वापस घर चले जाइये। जशपुर जिले में यह सुविधा राजा देव शरण जिला चिकित्सालय जशपुर और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पत्थलगाँव में संचालित किया जा रहा है। जिलाध्यक्ष चिकित्सालय में संचालित डायलिसीस केंद्र की शुरुआत वर्ष 2021 में किया गया था। इस केंद्र में अब तक 82 मरीजों का 11 हजार 203 साईकिल डायलिसीस किया जा चूका है। निजी अस्पतालो में एक साईकिल डायलिसीस का खर्च 3 से 5 हजार तक आता है। लेकिन जिले के सरकारी अस्पताल में सुविधा मिलने से पीड़ित मरीजों का यह ख़र्च बच रहा है। इन दोनों सेंटर के शुरू होने से पहले पीड़ित मरीजों को डायलिसीस कराने के लिए रांची,अंबिकापुर,रायगढ़ बिलासपुर,रायपुर जैसे दूर दराज के शहर तक दौड़ लगानी पड़ती थी। लेकिन अब घर के नजदीक सुविधा उपलब्ध हो जाने से पीड़ित मरीज को लम्बी कष्टप्रद यात्रा से मुक्ति मिलने के साथ ही समय और धन की बचत भी हो रही है।तीसरे केंद्र के लिए बजट स्वीकृतजिले में तीसरा डायलिसीस केंद्र शुरू करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। यह केंद्र कुनकुरी के सामुदायिक स्वास्थ केंद्र में शुरू किया जाएगा। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहल पर राज्य सरकार ने इसके लिए 40 करोड़ के बजट की स्वीकृति जारी कर चुकी है। इस केंद्र के शुरू हो जाने से जिले के
कुनकुरी,दूल्दुला,फरसाबहार ब्लाक के लोगो को लाभ मिलेगा। तेजी से सुधर रही है स्वास्थ्य सेवा*मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के पदभार सम्हालने के बाद आदिवासी बाहुल्य जशपुर जिले में स्वास्थ्य सेवा में तेजी से सुधार हो रहा है।आठ माह के छोटे से समय में कुनकुरी में 220 बिस्तर की सर्वसुविधायुक्त अस्पताल को स्वीकृति देते हुए सीएम ने जिले में मेडिकल कॉलेज की आधारशिला रखने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। सरकार के पहले बजट में जिले के 7 उप स्वास्थ्य केंद्रों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के रूप में विकसित करने की पहल की गई है। जिले को अब तक 7 विशेषज्ञ चिकित्सक और 18 एमबीबीएस डॉक्टरो की नियुक्ति का आदेश जारी हो चूका है। जिले एम्बुलेंस की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहल पर 11 एम्बुलेंस अतिरिक्त उपलब्ध कराया गया है। जिला चिकित्सालय में सीटी स्केन की सुविधा में शुरू कर दी गई है।