
रायगढ़ शासन के निर्देशानुसार एवं कलेक्टर श्री मयंक चतुर्वेदी के मार्गदर्शन में आज जिला कलेक्टोरेट स्थित सृजन सभा कक्ष में कृषि विभाग की बैठक सह कार्यशाला आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता जिला पंचायत सीईओ श्री जितेंद्र यादव ने की। बैठक में खरीफ वर्ष 2026 में रासायनिक उर्वरकों के प्रयोग को कम करने तथा टिकाऊ कृषि पद्धति को अपनाने के लिए कार्ययोजना बनाने पर बल दिया गया। इसमें विशेष रूप से हरी खाद सनई एवं ढेंचा और नैनो उर्वरकों के उपयोग को प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए गए। साथ ही जिले में डबल केज व्हील के सड़कों पर उपयोग पर रोक लगाने पर भी चर्चा की गई।कार्यशाला में देश की अग्रणी उर्वरक कंपनी इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर को-ऑपरेटिव लिमिटेड इफको के महाप्रबंधक कृषि सेवाएं श्री दिनेश गांधी एवं क्षेत्रीय अधिकारी श्री भूपेंद्र पाटीदार ने किसानों को नैनो यूरिया और नैनो डीएपी की उपयोग विधि, उनके लाभ एवं प्रभाव पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नैनो उर्वरक न केवल मिट्टी की उर्वराशक्ति को बनाए रखते हैं,बल्कि खेती की लागत घटाकर उत्पादन बढ़ाने में भी कारगर हैं। कृषि विभाग के उप संचालक श्री अनिल वर्मा ने बताया कि जिले के सभी ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों में नैनो यूरिया और नैनो डीएपी के नि:शुल्क प्रदर्शन एवं जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इसका उद्देश्य किसानों को आधुनिक, कम लागत वाली और पर्यावरण हितैषी तकनीकों से जोडऩा है। बैठक में कृषि विभाग के समस्त मैदानी अमले सहित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।
