Homeरायगढ़ न्यूजआस्था आधारित त्यौहार करवाचौथ में मेंहदी आर्टिस्टों पर मजहबी भेदभाव का ग्रहण...

आस्था आधारित त्यौहार करवाचौथ में मेंहदी आर्टिस्टों पर मजहबी भेदभाव का ग्रहण लगा,विघ्न संतोषियों द्वारा पारंपरिक त्योहारों को धार्मिक व राजनीतिक रंग देने की कोशिश निंदनीय-शाखा यादव

रायगढ़ जिला कांग्रेस कमेटी के प्रभारी महामंत्री शाखा यादव ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि करवाचौथ त्यौहार में मजहब विशेष द्वारा मेंहदी आर्टिस्टों का विरोध किया जा रहा है इस प्रकार धार्मिक उन्माद बढ़ाने को लेकर जो बातें फैलाई जा रही हैं उनपर शीघ्र विराम नहीं लगाया गया तो देश की कौमी एकता पर गंभीर खतरा बढ़ सकता है शाखा यादव ने कहा शांति प्रिय समाज में ये बातें प्रचारित की जा रही हैं कि करवाचौथ पर मुस्लिम युवाओं से मेंहदी लगवाना गैर धार्मिक कार्य है और ये हिंदू संस्कृति और त्यौहार की पवित्रता को भंग करता है कांग्रेस पार्टी ऐसे संगठन और राजनीतिक संरक्षण प्राप्त विघ्न संतोषियों का पुरजोर विरोध करती है । साथ ही मुजफ्फरपुर में हुई घटना की निंदा करती है विदित हो कि वहां के बाजारों में संगठन विशेष के द्वारा महिलाओं को उकसाकर नफरत भावना फैलाने के मकसद से लाठियां लेकर बाजार भेजा गया और मेंहदी लगाने वालों के आधार कार्ड चेक किए गए । वहीं रायगढ़ के कतिपय भाजपाई संगठन से जुड़े लोग भी सोशल मीडिया में सरेआम पोस्ट कर रहे हैं कि हिन्दू महिलाएं हिंदू लोगों से ही मेंहदी लगवाएं इस प्रकार के डर और खौफ के वातावरण निर्मित होने से शहर की फिजा में नफरत बढ़ रही है जिसके फलस्वरूप जिला कांग्रेस भवन में ऐसे मेंहदी कलाकारों को सम्मानपूर्वक बुलवाकर महिलाओं के हाथों में मेंहदी लगवाने का रचनात्मक पहल की गई ताकि जातीयता के जहर फैलाने वाले विघ्न संतोषी तत्वों के मकसद पर लगाम लगाई जा सके।शाखा यादव ने कहा कि मेंहदी लगाने वाले आर्टिस्टों को लेकर हमारी संस्कृति और परंपरा पर ये असामाजिक संगठन लव जिहाद का नाम देकर सरकार के संरक्षण में लोगों के बीच जिस प्रकार मतभेद पैदा कर रही है उससे मजहबी भेदभाव बढ़ने की प्रबल संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता प्रशासन को चाहिए कि ऐसे लोगों की पहचान कर उन्हें सलाखों के पीछे भेजे जो करवाचौथ में मेंहदी लगाने वाले लोगों को लेकर लव जिहाद की थ्योरी से जोड़कर धार्मिक सद्भाव पर सवाल खड़े कर रहे हैं ये घटना बताती है कि धार्मिक त्योहारों पर कैसे सामाजिक और राजनीतिक हस्तक्षेप बढ़ रहे हैं ।

spot_img

Must Read

spot_img