
रायगढ़ चांदनी चौक स्थित खानकाहे वारसिया में सैय्यद हजरत वारिस पाक का 69 वा सालाना उर्स पूरे उत्साह और परंपरा के अनुसार मनाया गया। वारिस पाक के उर्स का पूरा आयोजन गुलाम सैय्यद रसूल शाह वारसी की जेरे सरपरस्ती में संपन्न हुआ। इस दौरान आयोजित महफीले शमा में सूफी कव्वाल मोइन ताज चिश्ती की कव्वाली में श्रोताओं को झूमने मजबूर कर दिया। चांदनी चौक स्थित खानकाहे वारसिया में देवा शरीफ स्थित कुतुब आफताब अशरफुल आलेमीन और कौमी एकता के मिसाल सूफी संत वारिस पाक का सालाना उर्स पूरे हरसोल्लास के साथ मनाया गया।चांदनी चौक रायगढ़ स्थित खानकाहे वारिसियाए हर हर्ष की भांति इस वर्ष भी वारिस पिया का उर्स शरीफ पूरे उत्साह और धूमधाम से मनाया गया। वारिस पिया के चाहने वालों के द्वारा खानकाहे वारसिया में व्यापक पैमाने पर तैयारियां की गई थी। वारिस पिया के दो दिवसीय सालाना उर्स के मौके पर खानकाह में पूरे रीति रिवाज के साथ उर्स शरीफ का आयोजन किया गया। गुरुवार से शुरू हुए दो दिवसीय सालाना उर्स के मौके पर रायगढ़ सहित जशपुर ओडिशा और आस पास के बड़ी संख्या में वारिस पिया के चाहने वाले पहुंचे थे। उर्स शरीफ का आयोजन गुश्ल शरीफ के साथ आरंभ हुआ और इस दौरान जिक्रे हल्का और समा ए महफिल और अंत में कुल की फातिहा के साथ सालाना उर्स संपन्न हुआ।इस दौरान शमा ए महफिल को रोशन करने देश के मशहूर सूफी कव्वाल मोइन ताज चिश्ती पहुंचे थे। सूफी कव्वाल के शमा ने मौजूद लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। खानकाह में आयोजित महफिले शमा में बड़ी संख्या में वारिस के चाहने वाले मौजूद रहे और महफिलें ए शमा का लुत्फ उठाया। इस दौरान यहां सिर्फ मुस्लिम संप्रदाय के ही नहीं वरन विभिन्न संप्रदाय और समुदाय के लोगों ने भी शिरकत किया।इस पूरे कार्यक्रम का आयोजन ब फैजे रूहानी बाबा हाजी हसरत अली शाह रह अलैहे व जेरे सरपरस्ती गुलाम सैय्यद रसूल शाह वारसी व जुमला अराकिने बज्मे वारिस के सहयोग से पूरे कार्यक्रम का सफल आयोजन हुआ।



