
रायगढ़ जिले के कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के खिलाफ शनिवार को प्रदर्शन किया। 19 जुलाई को कार्यकर्ता कांग्रेस भवन से नारेबाजी करते हुए स्टेशन चौक तक पहुंचे और ईडी का पुतला दहन किया। प्रदर्शनकारियों ने पूर्व सीएम भूपेश बघेल और उनके परिवार पर की गई कार्रवाई का विरोध किया।इस दौरान शहर अध्यक्ष अनिल शुक्ला ने ईडी पर भाजपा के अनुसांगिक संगठन की तरह काम करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कांग्रेस नेताओं के खिलाफ उनके पास कोई सबूत नहीं है, सिर्फ परेशान करने के लिए यह कार्रवाई की जा रही है।आज हमें ईडी के खिलाफ प्रदर्शन किया है। अगर सरकार अपने हथकंडों से बाज नहीं आती है तो आगे आंदोलन और उग्र होगा।ग्रामीण अध्यक्ष नगेन्द्र नेगी ने कहा कि विधानसभा सत्र का अंतिम दिन अडानी के लिए तमनार में काटे जा रहे पेड़ों का मुद्दा आज उठाया जाना था। जिससे ध्यान भटकाने के लिए भूपेश बघेल के घर पर ईडी की रेड करवा दी। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा की भाजपा ईडी, सी बी आई जैसी एजेंसियों को विपक्ष के नेताओं को डराने और दबाने के लिए इस्तेमाल कर रही है। और कांग्रेस के नेताओं को जानबूझकर परेशान किया जा रहा है। इस से कांग्रेस और कांग्रेस के कार्यकर्ता डरने वाले नहीं है। इस सन्दर्भ ने कांग्रेस प्रवक्ता दीपक मंडल ने बताया कि 22 जुलाई को प्रदेश कांग्रेस के निर्देशानुसार रायगढ़ के कोतरा रोड में आर्थिक नाकेबंदी किया जाएगा। पुतला दहन के दौरान जिला कांग्रेस ग्रामीण व शहर अध्यक्ष द्वय नगेन्द्र नेगी व अनिल शुक्ला,वरिष्ठ नेता दीपक पाण्डेय,जयंत ठेठवार,महामंत्री शाखा यादव,विकास शर्मा,आशीष शर्मा,अनिल अग्रवाल चीकू,राकेश पांडेय,सत्यप्रकाश शर्मा,आशीष जयसवाल,आरिफ हुसैन,महिला कांग्रेस अध्यक्ष रानी चौहान,मदन महन्त,रामलाल पटेल,यतीश गांधी, नारायण घोरे,दीपक मंडल,पार्षदअक्षय कुलदीप,प्रदीप राजु टोप्पो,राजेश कुछवाह,नरेश जयसवाल,अभिषेक शर्मा, रवि पांडेय,अमृत काट्जू,आशीष यादव सुनील आनंद,राजेंद्र यादव,कौशिक भौमिक अज्ञात खुशीराम मल्होत्रा गुलशन साहू,गौरव साहू,विकास महापात्रे,भोजराम भट,सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसजन उपस्थित थे।प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प भी हुई। आग की तेज लपटों के कारण सभी लोगों को पीछे हटना पड़ा। पुलिस कर्मियों ने तत्काल मौके पर पहुंचकर आग बुझाने का प्रयास किया। मगर पुलिस पुतला दहन को नहीं रोक सकी।



