रायगढ़ वित्त मंत्री विधायक रायगढ़ ओपी चौधरी ने छत्तीसगढ़ के गौरव विंग कमांडर एमबी ओझा को वीरता व बहादुरी की मिसाल बताते हुए निधन पर शोक जताया। सोशल मंच के जरिए शोक संदेश में ओपी ने कहा ओझा जी के निधन का समाचार दुखद है।
आजादी के बाद वर्ष 1962, 1965 एवं 1971 के दौरान हुए युद्धों में उनकी अहम भूमिका रही। पाकिस्तानी सेना के समर्पण के दौरान ओझा जी की मौजूदगी भारतीय इतिहास में सदा अमिट रहेगी।उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करते हुए शुभचिंतकों को संबल प्रदान करने की कामना की है। वर्ष 1971 में हुए भारत-पाकिस्तान युद्ध के समय में ओझा वायुसेना में विंग कमांडर थे. इस युद्ध में भारतीय सेना की जीत हुई थी।इस दौरान पाकिस्तानी सेना के 90 हजार सैनिकों ने जनरल जगजीत सिंह अरोड़ा के सामने हथियार डाल दिए थे और खुद आत्मसमर्पण कर दिया था. इस मौके पर विंग कमांडर एम बी ओझा भी मौजूद थे और ओझा जी पाकिस्तानी सैन्य समर्पण के प्रत्यक्ष गवाह थे।



