सांसद श्री राठिया ने ली दिशा समिति की बैठक

रायगढ़ लोकसभा सांसद श्री राधेश्याम राठिया ने कहा कि शासन की योजनाएं का क्रियान्वयन जमीनी स्तर पर अच्छे से हो इसके लिए जरूरी है कि विभाग आपसी समन्वय के साथ कार्य करें और योजनाओं के प्रगति की नियमित रूप से समीक्षा करें। सांसद श्री राठिया की अध्यक्षता में शनिवार को जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति दिशा की बैठक कलेक्ट्रेट में आयोजित हुई। बैठक में केन्द्र सरकार द्वारा संचालित योजनाओं एवं कार्यक्रमों की समीक्षा की गई। जिला पंचायत अध्यक्ष श्री निराकार पटेल, कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल एवं सीईओ जिला पंचायत श्री जितेन्द्र यादव बैठक में उपस्थित रहे।सांसद श्री राधेश्याम राठिया ने केंद्र द्वारा संचालित योजनाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि दिशा समिति की बैठक का उद्देश्य जिले में योजनाओं के क्रियान्यवन एवं उसके प्रगति का मूल्यांकन करना है। शासन की सभी योजनाएं लोकहितैषी है और उनका प्रभावी क्रियान्वयन करना हमारा दायित्व है। जिससे लोगों को योजनाओं का लाभ मिल सके। सांसद श्री राठिया ने कहा कि जल-जीवन मिशन के माध्यम से घर-घर तक पेयजल पहुंचाने की योजना है। उन्होंने पीएचई को जल-जीवन मिशन के कार्यो में तेजी लाने एवं गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए। इसी प्रकार प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के कार्यो की जानकारी ली। उन्होंने सड़क निर्माण में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखने की बात कही। सांसद श्री राठिया ने पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत स्किल डेवलपमेंट हेतु हितग्राहियों के पंजीयन एवं उनके प्रशिक्षण के बारे में जानकारी ली। सांसद श्री राठिया ने कृषि एवं उद्यानिकी विभाग से कहा कि जिले के कई हिस्से हाथी विचरण क्षेत्र अंतर्गत आते है, यहां किसानों की फसलों को हाथियों की आमद से होने वाले नुकसान का त्वरित फील्ड निरीक्षण करते हुए आंकलन कर उचित मुआवजा दिलवाए, इससे किसानों को राहत होगी। उन्होंने आवास निर्माण के लिए रेत सप्लाई को सुचारू रखने की व्यवस्था के निर्देश दिए। खनिज अधिकारी ने बताया कि इसके लिए आवश्यक व्यवस्थाएं की जा रही है।बैठक में कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत पेयजल आपूर्ति की योजना के शत-प्रतिशत क्रियान्वयन की दिशा में लगातार कार्य किया जा रहा है। भूजल के अत्यधिक व अव्यवस्थित दोहन न हो इसका हमें ध्यान रखने की अत्यंत आवश्यकता है।



